उत्तरकाशी। डुंडा के नौलियासौड़ के ग्रामीणों ने पेयजल लाइन टूटने से दो दिनों से पेयजल आपूर्ति बंद होने पर जल संस्थान और तहसील कार्यालय में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था कि दो दिन पूर्व किसी ने पुराना बाजार में पाइपलाइन तोड़ दी थी जिसके बाद से पेयजल आपूर्ति बंद है। विभाग को सूचना होने क बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं।
बुधवार को डुंडा गांव के नौलियासौड़ की महिलाएं और ग्रामीण सबसे पहले जल संस्थान कार्यालय पहुंचीं और दो दिन से पेयजल आपूर्ति बंद होने पर प्रदर्शन किया। जब जल संस्थान में उनकी सुनवाई नहीं हुई तो महिलाएं तहसील कार्यालय में पहुंचीं। यहां उन्होंने जल संस्थान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रणवीर राणा सहित जसदेई, सुमन रावत, इंद्रा देवी ने कहा कि नौलियासौड़ में करीब 40 परिवार रहते हैं। बीते मंगलवार को उनके क्षेत्र के लिए पेयजल आपूर्ति करने वाली पाइपलाइन को डुंडा पुराने बाजार में किसी ने तोड़ दिया। इस कारण दो दिन से ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं। इस संबंध में जल संस्थान के कर्मचारियों को जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने पेयजल लाइन तोड़ने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही इस संबंध में एसडीएम डुंडा से भी फोन पर वार्ता की। उसके बाद जल संस्थान और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जल्द पेयजल लाइन जोड़कर सुचारु पेयजल आपूर्ति का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया। जल संस्थान के अवर अभियंता महिपाल राणा ने बताया कि नौलियासौड़ की टूटी पाइपलाइन को जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही वहां पर पानी का टैंकर भी भेजा है।