भारत के चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने भारतीय संविधान को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं।
नागपुर में महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि, संविधान स्व-शासन, गरिमा और स्वतंत्रता के लिए आवश्यक है। चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि, भारत के औपनिवेशिक आकाओं ने हमें संविधान नहीं दिया बल्कि देश की स्थिति समझने वाले लोगों ने इसका निर्माण किया।
चीफ जस्टिस ने कहा कि, संविधान ने हमारे लिए जबरदस्त प्रगति की है लेकिन अभी भी बहुत काम पूरा करने की जरूरत है और अतीत में मौजूद गहरी असमानता आज भी बनी हुई है जिसे हमें दूर करना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि, अगर कानून के युवा छात्रों और स्नातकों को संवैधानिक मूल्यों से निर्देशित किया जाता है तो वे असफल नहीं होंगे।