मार्गशीर्ष यानी अगहन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत 20 नवंबर यानी आज रखा जाएगा। कहा जाता है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा करने पर जगत के पालनहार की असीम कृपा प्राप्त होती है। उत्पन्ना एकादशी का व्रत करने से श्री हरि विष्णु के साथ धन की देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा उत्पन्ना एकादशी के दिन कुछ उपाय करने से हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं उत्पन्ना एकादशी के चमत्कारी उपायों के बारे में।
धन और सुख समृद्धि के लिए उपाय
उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें। इससे भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में धन, सुख, समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी।
गृह क्लेश से मुक्ति के लिए
यदि परिवार में लंबे समय से क्लेश चला आ रहा है या घर के सदस्यों में लड़ाई होती रहती है तो इससे मुक्ति पाने के लिए अपने घर के मंदिर में दक्षिणावर्त्ती शंख की स्थापना करें। फिर उसकी रोली, धूप-दीप आदि से पूजा करें।
तरक्की के लिए
यदि आपका कारोबार मंदा चल रहा है या धीमी गति से धन का आगमन हो रहा है, तो उत्पन्ना एकादशी के दिन तरक्की के लिए पांच गुंजाफल श्री विष्णु के सामने रखकर उनकी पूजा करें। पूजा के बाद गुंजाफल को अपनी तिजोरी या गल्ले में रख लें।
मनोकामना पूर्ति के लिए
उत्पन्ना एकादशी के दिन पूजा के समय आप भगवान विष्णु के 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें। ज्योतिष मान्यता के अनुसार इससे आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।