चीफ जस्टिस एनवी रमण ने तत्काल सुनवाई के मामलों की मेंशनिंग के लिए वरिष्ठ वकीलों को पक्ष रखने से रोक दिया है। जस्टिस रमण ने कहा कि, वे इस सिलसिले को खत्म करना चाहते हैं।
इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी को भी अर्जेंट मामलों की मेंशनिंग की इजाजत नहीं दी। और कहा कि वे इसके लिए वकील आन रिकॉर्ड को कल भेजें।
दरअसल, तत्काल सुनवाई योग्य मामलों की शीर्ष कोर्ट में रोजाना पहले मेंशनिंग की जाती है। सीजेआई की पीठ के समक्ष यह प्रक्रिया होती है, इसके बाद वे किसी पीठ को संबंधित मामले की सुनवाई का निर्देश देते हैं। सीजेआई ने कहा कि, 'वरिष्ठों को मेंशन की इजाजत का सवाल ही नहीं है।' सुप्रीम कोर्ट खुलते ही पहले कक्ष में होने वाली मेंशनिंग में मुख्य रूप से वरिष्ठ वकील पहुंच जाते हैं ।