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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 7 May 2022 12:01 pm IST


...तो क्या घोड़े खच्चरों की व्यवस्था को लेकर प्रशासन के दावे हवाई थे ?


रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के कपाट खुलने के पहले ही दिन ही पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर संचालन की अव्यवस्था तीर्थयात्रियों के लिए मुसीबत का सबब बनी। प्रशासन ने घोड़े खच्चरों की ग्लोबल पोजिशिनिंग सिस्टम (जीपीएस) से ट्रैक व मानीटरिग करने समेत बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन पूरे पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों के अनियोजित संचालन से पैदल चलने वाले यात्रियों का चलना दूभर हो गया। पैदल चलने के दौरान कई यात्रियों पर घोड़े-खच्चर टक्कर मार रहे हैं। शुक्र है कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। यात्रा की शुरुआत में यह स्थित है, तो आने वाले दिनों में स्थिति जटिल हो सकती है। वहीं प्रशासन व जिला पंचायत की ओर से घोड़े-खच्चर संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।पीक यात्रा सीजन में प्रतिदिन पांच हजार से अधिक यात्री घोड़े खच्चरों से बाबा के दर्शनों को पहुंचते हैं। सरकार ने घोड़े खच्चरों का व्यवस्थित संचालन के लिए जीपीएस ट्रैकिग करने समेत बड़े बड़े दावे किए थे, लेकिन यात्रा के शुरू दिन ही यह दावे हवाई साबित हुए और पैदल चलने वाले यात्रियों को मार्ग पर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अव्यवस्थित रूप से संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों से कई यात्रियों को टक्कर भी लगी।