उत्तरकाशी : रंवाई घाटी के कमल सिराईं, रामा सिराईं में प्रसिद्ध लाल चावल (च्वार धान) की रोपाई जोरों पर है। जहां ग्रामीण कहीं आधुनिक कृषि यंत्र ट्रेक्टर तो कहीं बैलों की जोड़ी से रोपाई में जुटे हैं। जुलाई महीना क्षेत्र में प्रमुख पारम्परिक फसल लाल धान की रूपाई में गुजर जाता है। क्षेत्र के स्वील, ठडुंग गांव सहित कई गांवों में तो संपूर्ण गांव के लोग एकत्रित होकर एक ही दिन रोपाई की शुरूआत करते हैं। हर दिन रूपाई के दौरान पारंपरिक बाध्ययंत्र ढोल-दमाऊ की थाप पर महिलाएं बाजूबंद, पारम्परिक गीतों से काम की थकान को कम करती हैं। किसान हकूमत सिंह, धनवीर सिंह, गुरुदेव सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह आदि ने कहा कि बारिश होने से रोपाई करने में लोगों को राहत मिली है।