देहरादून : फूलदेई छम्मा देई, दैणी द्वार भर भकार। यानी यह देहरी फूलों से सजी रहे और घर खुशियों से भरा रहे। सबकी रक्षा हो, अन्न के भंडार हमेशा भरे रहें। इसी कामना के साथ सोमवार को द्रोणनगरी में चैत संक्रांति पर लोकपर्व फूलदेई मनाया गया।
रंगोली आदोलन एक रचनात्मक मुहिम के तहत उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों से रंग विरंगे फूलों से सजी टोकरियों को हिल फाउंडेशन स्कूल, इंडियन एकेडमी, दून इंटरनेशनल स्कूल, मैपल बियर के बच्चों की पारंपरिक वस्त्रों में सजी धजी टोली रुद्रप्रयाग के घोगा माता की फूल डोली व अल्मोड़ा से मां नंदा की फूल टोकरी लेकर सबसे पहले सुबह राजभवन पहुंची। ढोल दमाऊं व मशकबीन के साथ पहुंचे बच्चों ने राजभवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर खूब फूल बरसाए। इसके बाद टीम मुख्यमंत्री आवास पहुंची। यहां कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बच्चों का स्वागत किया। परंपरा के अनुसार फुलारियों को गेहूं, चावल, गुड़ के अलावा अन्य उपहार भेंट किए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूरी टीम को बधाई दी। कहा कि फूलदेई उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा पर्व है। लोक पर्व व परंपराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में हमें प्रयास करने होंगे।