पौड़ी: उच्च शिक्षा की बात करें, तो टिहरी जिले के विकास खंड कीर्तिनगर के डागर, कड़ाकोट और लोस्तू-बडियारगढ़ के बच्चों को इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद 30 से 60 किमी दूर श्रीनगर आना पड़ता है। केंद्रीय विवि का दर्जा मिलने के बाद यहां भी प्रवेश मुश्किल हो गया है। ऐसे में देवप्रयाग, ऋषिकेश, टिहरी या देहरादून को ही ठिकाना बनाना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्कूल तो खुल जाते हैं, लेकिन इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक की पढ़ाई के लिए पहाड़ के बच्चों को काफी दूर की दौड़ लगानी पड़ती है। इसी वजह से टिहरी जिले के कड़ाकोट, डागर, लोस्तू व बडियार क्षेत्र के निवासी सालों से डिग्री कॉलेज की राह ताक रहे हैं।