रुद्रप्रयाग : अगस्त्यमुनि में चल रहा जिला स्तरीय खेल महाकुंभ पुरस्कार वितरण के साथ संपंन हो गया। इस मौके पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि खंढ विकास अधिकारी प्रवीण कुमार ने कहा कि हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं, और खेल में हार जीत से अधिक प्रतिभाग करना महत्व रखता है। उन्होने सभी खिलाडियों को खेल भावना को जीवन में उतारने की नसीहत दी।इस मौके पर विशिष्ट अतिथि जिला क्रीड़ाधिकारी महेशी आर्य ने कहा कि खेल महाकुम्भ छुपे हुए खिलाडियों को आगे बढ़ाने का सशक्त माध्यम है। जिससे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकता है। अतिंम दिन खेले गये बास्केटबाल फाइनल मुकाबले के बालक वर्ग में अण्डर 21 में विजेता अगस्त्यमुनि, उपविजेता जखोली, अण्डर 17 विजेता अगस्त्यमुनि, उपविजेता उखीमठ रहे। जबकि बालिक वर्ग में भी अण्डर 21 में विजेता अगस्त्यमुनि, उपविजेता जखोली, अण्डर 17 विजेता अगस्त्यमुनि, उपविजेता उखीमठ रहे। हैण्डवाल बालिक वर्ग के अण्डर 17 में जखोली विजेता और अगस्त्यमुनि उपविजेता तथा बालक वर्ग के अण्डर 21 में अगस्त्यमुनि विजेता, उखीमठ उपविजेता, अण्डर 21 व 17 में अगस्त्यमुनि विजेता व उखीमठ उपविजेता रहे।