अस्पताल खोलने की मांग को लेकर त्रियुगीनारायण में ग्रामीणों ने 21 अगस्त से आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है। बृहस्पतिवार को गांव के बुजुर्गों की मौजूदगी में आंदोलनकारियों ने धरना दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की मांग को लेकर 36 दिनों से धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक सुध नहीं ली। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने ग्रामीणों से फोन पर वार्ता कर जल्द गांव आने का भरोसा दिया था लेकिन एक पखवाड़ा बाद भी डा. रावत गांव नहीं आए। कहा कि अब अस्पताल की मांग के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी, इसके लिए 21 अगस्त से आमरण अनशन का निर्णय लिया गया है। इधर, केदारनाथ विस के विधायक मनोज रावत का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार जनभावनाओं की अनदेखी कर रही है। धरने पर दिवाकर गैरोला, प्रियंका तिवारी, अनीता राणा, भगवती प्रसाद, महेंद्र सेमवाल, राजेंद्र भट्ट, बीना देवी, करिश्मा देवी, विश्वेश्वरी देवी, रजनीश गैरोला आदि मौजूद थे।