लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र का 7वें दिन बजट पर प्रस्ताव और चर्चा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोमवार को सदन में कहा कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने का काम कर रहे थे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि देश में ये कोई पहली घटना नहीं
है। भाजपा जब से सत्ता में है, सेंट्रल एजेंसी का गलत इस्तेमाल हो रहा है। भाजपा सरकार में विपक्षी नेताओं के
पीछे CBI और ED एजेंसियां लगाई
जा रही हैं। ये लोग लोकसभा चुनाव 2024 से पहले व्यवस्था कर रहे हैं।
सपा सुप्रीमो ने कहा, उत्तर प्रदेश में
सिर्फ 4 फीसदी बेरोजगारी बताई
जा रही है। इसका मतलब क्या 96 फीसदी बेरोजगारों को रोजगार मिल गया है? देश में महंगाई चरम पर है। LIC और SBI स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का पैसा डूब गया। मित्र
की पहचान बुरे दिन में होती है। भाजपा को बताना चाहिए कि वह मित्र के साथ खड़े हैं
कि नहीं? आप लोग समझ गए कौन-कौन मिला है। बड़ी साजिश है, यूपी का चुनाव छोटा नहीं, देश का चुनाव
है। यह प्रदेश प्रधानमंत्री देता हैं, यह बड़ी साजिश
है, छोटी नहीं है। भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ
का नाम भी आ रहा है।
अखिलेश ने फिर मांगी माफियाओं की लिस्ट
प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव
ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ऐसे माफिया लोगों को जवाब देगी। भाजपा माफियाओं
की सूची जारी कर दे। मैंने लिस्ट मांगी है, टॉप 10 और टॉप 100 माफियाओं की लिस्ट
दीजिए। सरकार माफियाओं की लिस्ट जारी करने में पीछे हट रही है। दो-दो गनर के बावजूद जान चली जाए तो सुरक्षा की बहुत
जरूरत है। सरकार को सुरक्षा देनी चाहिए।
डिप्टी सीएम पाठक ने सपा को घेरा, की बसपा की तारीफ
इससे पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार
पूरी प्रतिबद्धता के साथ पीड़ित परिवार के साथ है। उनको हम न्याय दिलाएंगे। ऐसे
सभी माफिया हैं, जो समाजवादी पार्टी में पोषित होते रहे। उनको सरकार खोज कर
कड़ी कार्रवाई करेगी। कोई बख्शा नहीं जाएगा। ये कार्रवाई सबके लिए नजीर बनेगी। इस दौरान
उन्होंने मायावती के ट्वीट पर इशारा करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी के लिए
कोई भी अपना-पराया नहीं है। बीएसपी न्याय के आधार पर काम करती है।
दरअसल, बसपा सुप्रीमो मायावती
ने आज ट्वीट किया, जिसका मतलब है
कि अतीक अहमद को समाजवादी पार्टी ने विधायक और सांसद बनाया था। आज पूजा पाल खुद
समाजवादी पार्टी में जाकर मिल गई हैं। ऐसे में अगर अतीक की पत्नी दोषी पाई गईं तो
उन्हें और उनके बेटे को पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।