स्मार्ट सिटी कंपनी के अब तक कार्यों ने जनता को निराश ही किया है। यही वजह है कि काम मे कोताही बरतने वाली निर्माण एजेंसियों (हिंदुस्तान स्टील वर्क्स कंस्ट्रक्शन लि. और ब्रिज एंड रूफ कंपनी) को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसके साथ ही निर्माण संबंधी बड़े कार्यों के लिए लोनिवि, पेयजल निगम व सिंचाई विभाग जैसी राज्य की एजेंसियों को नामित किया गया है।
अवशेष निर्माण कार्यों को समय के भीतर पूरा किया जा सके, इसके लिए कंपनी की नई मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व जिलाधिकारी सोनिका ने विभिन्न स्तर पर निगरानी व कार्यों में निरंतरता के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वह स्वयं भी सभी कार्यों का अपडेट ले रही हैं।उन्होंने लक्ष्य तय किया है कि वर्ष 2023 से पहले परियोजना के सभी कार्य धरातल पर उतार दिए जाएं। इसके लिए चरणवार कार्ययोजना तैयार की गई है। इस कार्ययोजना पर जागरण ने स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ सोनिका से विस्तार में बात की है। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश।