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• Thu, 11 Jan 2024 10:27 am IST


हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन , सांसद ने छेड़ी हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहिम


हरिद्वारः हिंदी भाषा को संयुक्त राष्ट्र संघ की मुख्य भाषाओं में सम्मलित करने के लिए हरिद्वार लोकसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा ऋषिकुल आयुर्वेद कॉलेज के ऑडिटोरियम में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में रूस, ब्रिटेन, जापान एवं कई अन्य देशों से आए साहित्यकारों ने भाग लिया. इस मौके पर डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अब हिंदी को राष्ट्र की राष्ट्रीय भाषा और संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा बनाने का समय आ गया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि भारतीय संविधान की अनुसूची आठ में जिन 22 भाषाओं को दर्जा दिया गया है, उनमें अंग्रेजी भाषा का उल्लेख नहीं है. इसलिए अंग्रेजी राष्ट्रभाषा नहीं हो सकती है. जबकि भारत हिंदू राष्ट्र है और यहां पर हिंदी को ही राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलना चाहिए. इसके साथ जब हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलेगा तो राज्य अपनी प्रादेशिक भाषाओं को भी आगे बढ़ा सकते हैं और हिंदी के बाद उसको अपना सकते हैं.