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• Wed, 16 Jun 2021 12:49 pm IST


मसूरी : परेशान व पीड़ित व्यापारियों ने दुकाने खोलने के लिए सांकेतिक धरना दे विरोध किया


मसूरी- मसूरी टेªडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने कोरोना कफ्र्यू में आम दुकानदारों को छूट न दिये जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए अपने घरों, सार्वजनिक स्थलों व अपने प्रतिष्ठानों में सांकेति धरना दिया। व मांग की कि यदि बाजार खोलने के लिए सरकार ने शीघ्र छूट नहीं दी तो प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाया जायेगा। मसूरी टेªडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि पिछले लॉकडाउन के बाद अब कोरोना कर्फ्यू में लगातार बाजार बंद होने से परेशान व्यापारियों का सब्र का बांध टूटने लगा है। इसके विरोध में व्यापारियों ने सार्वजनिक स्थलों, घरों व प्रतिष्ठानों में सांकेतिक धरना दिया। धरना बाटाघाट, जबरखेत, टिेहरी बस स्टैंड, मंलिगार, चार दुकान, लाल टिब्बा, सिस्टर बाजार, लंडौर बाजार, साउथ रोड, घंटाघर, कुलडी बाजार, झुलाघर, किताबघर, हुस्सैंगंज, किक्रैग, चमन एस्टेट, धुमनगंज, काला स्कूल, स्प्रिंग रोड, हाथी पावं, केम्प्टी रोड, हैप्पी वेली, अकादमी, बाला हिसार, बार्लोगंज, झडीपानी, भट्टा रोड, गज्जी बेन्ड आदि के व्यापारियों ने अपने अपने स्थलों से धरना देकर आक्रोश जाहिर किया। व्यापारियों ने इस मौके पर नारे बाजी की व मांग की कि व्यापारियों का उत्पीडन बन्द करो, सभी दुकान खुलने दो, पानी बिजली के बिल माफ करो, ऋण का ब्याज माफ करो, लॉकडाउन अवधी में व्यापारी के नुक्सान की आर्थिक भरपाई हो, कर्मचारियों का वेतन दो, पालिका अपनी दुकानों का किराया माफ करो, पर्यटक स्थल मसूरी झील, कंपनी गार्डन, गन हिल खोलो, हाउस टैक्स माफ करो, पालिका अस्सेमेंट कम करो, पालिका म्यूटेशन फीस कम करो, मॉल रोड परमिट में छूट दो, व्यापारियों व उनके कर्मचारियों का टीकाकरण प्राथमिकता पर करो, होटल व होम स्टे लॉजिंग फीस माफ करो, व्यापारियों को आर्थिक पैकेज दो, मजदूर, रिक्शा चालक, टैक्सी चालक को आर्थिक पैकेज दो। व्यापारियों ने कहा कि हमारी दुकानें बंद करवा दी, व्यापारियों को दो भागों में बांट दिया गया, कुछ की दुकानें खुली हैं और कुछ की बंद करवा दी गई है। व्यापारी कोविड गाइडलाइन के अनुसार कार्य करने के लिए तैयार हैं तथा अपने परिवार का पेट कहां से भरें। व्यापारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वर्तमान स्थिति के बीच प्रदेश सरकार को कोई रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए। बाजार बंद करने से व्यापारियों के सामने किराया, भरणपोषण और बिजली पानी तक का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। व्यापारी हमेशा पुलिस, प्रशासन और सरकार के साथ खड़े रहे, लेकिन शासन-प्रशासन को भी व्यापारियों के हित पर मंथन करना चाहिए। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सामान्य होने पर सभी दुकानों को खोले जाने की मांग है। व्यापारियों ने सरकार से राहत की मांग करने के लिये प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि लंबे समय से कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन से उनका व्यापार बिल्कुल चैपट हो गया है।  मगर सरकार व्यापारियों के बारे में सोचने को तैयार नहीं है, आखिर व्यापारी जाएं तो जाएं कहां। व्यापारियों ने सांकेतिक रूप अपनी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त किया है, अभी भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो आगे प्रदर्शन जारी रहेगा।