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• Wed, 3 Jul 2024 2:07 pm IST


मानव-वन्यजीव को शिकार से बचाने के लिए विभाग ने खरीदे उपकरण


उत्तराखंड के वन क्षेत्रों से बाहर निकल कर लोगों और पशुओं का शिकार बनाने वाले खूंखार वन्यजीवों के होश ठिकाने लगाने का वन विभाग ने इंतजाम कर दिया है। वन्यजीवों के हमलों से निपटने के लिए वन विभाग ने करोड़ों रुपये के ट्रैंक्यूलाइज गन, सैकड़ों कैमरा ट्रैप और पिंजरे से लेकर दूसरे उपकरण खरीदे हैं। वन विभाग का मानना है कि इससे मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने में मदद मिलेगी। उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष एक बड़ी चुनाैती है। प्रदेश में तराई पूर्वी वन प्रभाग, गढ़वाल वन प्रभाग, नैनीताल, पिथाैरागढ़ वन प्रभाग जैसे डिवीजन मानव-वन्यजीव संघर्ष के मद्देनजर बेहद संवेदनशील बने हैं। पिछले साल भीमताल जैसे इलाके में बाघिन के हमले से कई लोगों की माैत हुई थी। अब वन विभाग का दावा है कि प्रभागवार और वन्यजीवों के हिसाब से हाट स्पॉट चिह्नित कर खतरों से निपटने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा प्रभागों को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए संसाधनों से लैस करने का फैसला किया है।