टिहरी: ढोल सागर सांस्कृतिक कार्यक्रम में टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी ने लोक संस्कृति के संरक्षण व लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए चंबा ब्लाक के 45 गांवों के पारंपरिक ढोल वादकों को ढोल-दमाऊं वितरित किए। चंबा और जाखणीधार ब्लाक के 16 वाद्य यंत्र वादकों को मशकबीन दिए गए। लोक गायक प्रीतम भरतवाण ने कहा कि ढोल-दमाऊं शिव के प्रतीक हैं। हमारी परंपराओं में भगवान बद्रीनाथ से लेकर ग्रामीण आराध्य देव ढोल की थाप पर सुबह को जागते हैं और रात को नींद लेते हैं। लोक संस्कृति को बचाने के लिए विधायक डा. नेगी के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि लोक संस्कृति और परंपराओं के बिना मानव की कोई पहचान नहीं है। इसलिए यह बड़ा प्रयास है। कहा कि स्थानीय वाद्य यंत्रों को बजाने का काम ढोलवादक न छोड़ें, अपनी आने वाली पीढ़ी को बेहतर शिक्षा देकर इस परंपरा को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने का काम करें।