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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 10 Nov 2022 8:30 am IST


अगहन मास में इन तिथियों पर भूलकर भी नहीं करना चाहिए कोई शुभ कार्य


अगहन मास की शुरुआत हो चुकी है। इस मास को मार्गशीर्ष मास के नाम से भी जानते हैं। गीता में खुद श्रीकृष्ण ने कहा कि माहों में मार्गशीर्ष और ऋतुओं में बसंत मैं हूं। इसी कारण इस मास का विशेष महत्व है। इस मास में भगवान विष्णु के साथ श्री कृष्ण और उनके बाल स्वरूप बाल गोपाल की पूजा विधिविधान से करना शुभ माना जाता है। जहां इस माह में मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। वहीं इस माह में कुछ ऐसी तिथियां होती है जिनमें किसी भी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इन दिनों में शुभ काम करने से कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ता है। अगहन मास को काफी शुभ माना जाता है क्योंकि इस मास में भी भगवान श्री राम और माता सीता की शादी हुआ था। इसी कारण अगहन मास की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। वहीं, शिव पुराण के अनुसार, माना जाता है कि अगहन मास में भी हिमनरेश हिमावन ने पार्वती का विवाह शिव जी के साथ निश्चित किया था। इस कारण इस मास का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

इन तिथियों में शुभ कार्य करने से आ सकती हैं कई परेशानियां 
शास्त्रों के अनुसार, अगहन मास की सप्तमी (15 नवंबर) और अष्टमी तिथि (16 नवंबर) को किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए। क्योंकि इन्हें मास शून्य तिथियां माना जाता है। मान्यता है कि इन तिथियों में शुभ काम करने से शारीरिक, आर्थिक परेशानियों के साथ-साथ समाज में मान-सम्मान कम हो जाता है।

अगहन मास में करें ये काम
अगहन मास में भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा करना चाहिए। इसके साथ ही इस मास में स्नान-दान का काफी अधिक महत्व है। इसके साथ ही इस मास में ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।