गनौरा के ग्रामीणों ने श्रमदान से चार किलोमीटर सड़क काटकर शासन-प्रशासन को आइना दिखाया है। ग्रामीण लंबे समय से सड़क काटने की मांग कर रहे थे लेकिन शासन-प्रशासन की अनदेखी के कारण सड़क नहीं कट पाई। इसके बाद ग्रामीणों ने स्वयं सड़क बनाने का फैसला लिया।
एक ओर जहां सरकार हर गांव को मूलभूत सुविधा सड़क से जोड़ने की बात करती है, जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है। आज भी कई ऐसे गांव हैं जहां सड़क नहीं पहुंच पाई है। इसी तरह का मामला विश्व पर्यटन एवं धार्मिक स्थल पाताल भुवनेश्वर से लगे गांव बेड़ीनाग तहसील के पाताल भुवनेश्वर से लगे गनौरा में देखने को मिला है। ग्रामीणों ने खुद श्रमदान करके पाताल भुवनेश्वर मार्ग विनागी घाटी से गनौरा तक चार किमी कच्ची सड़क अपने बलबूते पर काट डाली है। ग्रामीण वर्ष 2000 से सड़क बनाने की मांग कर रहे थे लेकिन शासन-प्रशासन की अनदेखी के कारण आज तक सड़क नहीं कट पाई।