गोविंद वन्य जीव विहार एवं राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में पड़ने वाले विश्व प्रसिद्ध केदारकांठा ट्रैक पर तमाम पर्यटक और टूर ऑपरेटर थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में खुद की और वन्यजीवों की जान खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे पर्यटक चोर रास्तों के जरिए पार्क क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।इससे सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। वन विभाग ने इसका संज्ञान लेते कड़े निर्देश जारी किए हैं। बिना परमिट के पार्क क्षेत्र में प्रवेश करने वाले पर्यटकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में पड़ने वाले केदारकांठा ट्रैक पर वर्षभर पर्यटकों की आवाजाही रहती है।इस ट्रैक पर जाने के लिए वन विभाग की ओर से परमिट जारी किया जाता है।इसके साथ ही प्रतिव्यक्ति न्यूनतम प्रवेश शुल्क भी लिया जाता है। पार्क में प्रवेश से पहले पर्यटकों की पूरी जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जाती है। इसके अलावा वह अपने साथ क्या सामान ले जा रहे, उसका भी हिसाब रखा जाता है, ताकि किसी आपदा की स्थिति में रेस्क्यू अभियान में कोई दिक्कत न हो।