क्षेत्र के छह गांव आजादी के 75 साल बाद भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाए हैं। सड़क नहीं होने से सब्जी और फल भी गांवों तक ही सीमित रह गए हैं। कई बार तो ये सब्जियां और फल सड़ जाते हैं। नाराज लोग बेलतड़ी गांव में 47 दिन से धरने पर बैठे हैं। शासन-प्रशासन की उपेक्षा के कारण ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। ग्रामीण 12 नवंबर को पिथौरागढ़ आ रहे सीएम के सामने सड़क का मुद्दा रखेंगे।
अशोकनगर- बेलतड़ी मोटर मार्ग पर अधूरा काम होने से छह गांवों का विकास रुक गया है। गांव के लोग बीमारों को पैदल खड़ी चढ़ाई पार कर मुख्य मार्ग तक लाते हैं। गांवों में होने वाले सब्जी-फल को बाजार नसीब नहीं है। गांवों के बच्चे पैदल चलने के कारण उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पा रहे हैं। राशि जारी होने के बाद भी सड़क का काम ठप हैं। सड़क के लिए धरने पर बैठीं सुनीता और जानकी भट्ट ने जल्द मांग पूरी करने की अपील की है। वहां बसंत भट्ट, गोपाल दत्त, राम सिंह, माधव भट्ट, मोहन राम, हरी दत्त आदि थे।