उत्तराखंड में हर साल औसतन 41 प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं और सौ से अधिक सरकारी स्कूल बंद हो रहे हैं। 2021-22 में जारी ‘यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फारमेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस (यू-डाइस प्लस) की रिपोर्ट के मुताबिक बीते चार वर्षों में सरकारी स्कूलों की संख्या तेजी से कम हुई है जबकि, निजी स्कूल तेजी से बढ़े हैं।
माना जा रहा है कि संसाधनों का अभाव झेलते सरकारी स्कूलों की तुलना में अंग्रेजी माध्यम वाले निजी स्कूलों का आकर्षण अभिभावकों को लुभा रहे हैं। यू-डाइस रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2018-19 में प्रदेश में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व माध्यमिक मिलाकर कुल 16934 सरकारी स्कूल थे। सत्र 2021-22 खत्म होते-होते इन स्कूलों की संख्या 16483 रह गई यानी चार वर्षों में 450 सरकारी स्कूल बंद हो गए।
इस तरह राज्य में प्रतिवर्ष औसतन 112 स्कूल बंद हुए। रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 से 2022 के बीच प्राइमरी(कक्षा 1 से 8 तक और कक्षा 6 से 8 तक) की मान्यता वाले 83 और हायर सेकेंडरी (कक्षा 1 से 12वीं) की मान्यता वाले तीन स्कूल नए खुले हैं। इस अवधि में कक्षा एक से दस, कक्षा छह से आठ व कक्षा नौ और दस की मान्यता वाले नये 80 स्कूल खुले।