हरिद्वार। उत्तराखंड की क्रिकेट टीम के कोच पद से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य रहे वसीम जाफर द्वारा इस्तीफा दिए जाने से प्रदेश भर के क्रिकेट खिलाड़ियों में भारी आक्रोश है । विजय हजारे ट्रॉफी कैंप के सदस्य रहे और उत्तराखंड रणजी ट्रॉफी के पूर्व खिलाड़ी रोहन सहगल ने शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए वसीम जाफर के इस्तीफे को उत्तराखंड क्रिकेट के लिए काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि वसीम जाफर के इस्तीफे से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड पर भ्रष्टाचार अनियमितता तथा टीम सिलेक्शन में दखलअंदाजी के लगातार चल रहे आरोपों की पुष्टि हो गई है। वसीम जाफर ने भी इन्हीं कारणों से अपने पद से इस्तीफा दिया है। रोहन सहगल ने कहा कि उत्तराखंड में खिलाड़ियों की कमी नहीं है लेकिन क्रिकेट एसोसिएशन के कर्ताधर्ताओं के भेदभाव तथा पूर्वाग्रह पूर्ण रवैया की वजह से सही प्रतिभा को प्रतिनिधित्व का मौका नहीं मिल पा रहा है रोहन ने कहा कि वसीम जाफर का इस्तीफा नहीं है।
पिछले सत्र में भी मनोज मुद्गल ने चयनकर्ताओं के तौर पर इस्तीफा दिया था सहगल ने कहा कि विजय हजारे ट्राफी से चंद दिन पहले वसीम जाफर का इस्तीफा अत्यंत दुखद है। इससे उत्तराखंड की क्रिकेट प्रतिभाओं को झटका लगा है उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि बेहद गैर जिम्मेदार और अनप्रोफेशनल लोगों के हाथों में है जो उत्तराखंड क्रिकेट और उत्तराखंड में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए गंभीर नहीं है उन्होंने देशभर के खिलाड़ियों की ओर से बीसीसीआई और राज्य सरकार से की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की ताकि उत्तराखंड की क्रिकेट प्रतिभाओं के साथ इंसाफ हो सके और उत्तराखंड में क्रिकेट का स्वर्णिम दोहरा सके।