उत्तराखंड में एक बार फिर बिजली संकट की स्थिति पैदा होने लगी है. ऐसा राज्य में विद्युत उत्पादन में आई कमी के कारण देखा जा रहा है. अधिकारियों की मानें तो प्रदेश में करीब 7 से 8 मिलियन यूनिट तक बिजली की कमी हो रही है. इसको पूरा कर पाना काफी मुश्किल हो रहा है. उधर यूपीसीएएल एक बार फिर कुछ नए प्रस्ताव के साथ जनता पर बोझ बढ़ाने की तैयारी में है.
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की दिक्कतें आने वाले समय में कुछ और बढ़ने जा रही हैं. दरअसल, राज्य में विद्युत उत्पादन को लेकर आई कमी के कारण रोस्टिंग का खतरा बढ़ गया है. प्रदेश में एक तरफ जहां डिमांड बढ़ी है तो दूसरी तरफ उत्पादन में भी कमी आ रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदेश में बिजली का उत्पादन करीब 8 mu तक गिर गया है, इसका सीधा असर घरेलू उपभोक्ताओं के साथ इंडस्ट्री पर भी दिखाई दे रहा है.