रणबीर कपूर ने हमेशा अपनी फिल्मों
में अपने अलग-अलग किरदारों से हमें इंप्रेस किया है। चार के साल के लंबे ब्रेक के
बाद एक्टर फिर से अपनी फिल्म शमशेरा के साथ वापसी करने वाले हैं। यह उनके करियर
में पहली बार है कि एक्टर एक डकैत के किरदार में नजर आएंगे। ये फिल्म और ये किरदार
दोनों ही एक ऐसे जॉनर के हैं जो शायद काफी लंबे समय से हिंदी सिनेमा से गायब है।
लेकिन कपूर आश्वस्त हैं क्योंकि वे
कहते हैं,“हम जॉनर्स के बारे
में बात करते हैं लेकिन हर जॉनर का अस्तित्व तब से है, जब से फिल्में बनी हैं।
डकैत नाटक की तरह हमने
70 और 80 के दशक में लव ट्राएंगल और यहां तक कि रोमांटिक फिल्में भी देखी हैं।
शमशेरा सिर्फ एक डकैत ड्रामा नहीं है। इसमें इसके एलिमेंट हैं लेकिन आप फिल्म की
तुलना पास्ट में बनी किसी भी चीज से नहीं कर सकते। फिल्म में हम देखते हैं कि बहुत
सारे इमोशन्स हैं, जो हम अपनी डेली लाइफ में देखते हैं और यह एक ऐसी चीज है जिससे
मुझे विश्वास है कि दर्शक इससे जुड़ेंगे।”
एक्टर ने निर्देशक करण मल्होत्रा
को फिल्म का हिस्सा बनने के लिए मनाने का श्रेय दिया, "मैं खुद को
शमशेरा जैसा कुछ करने के लिए एक बुद्धिमान एक्टर कहूंगा। आप ऐसी फिल्म एक
अच्छे निर्देशक के बिना नहीं कर सकते जो जॉनर और दुनिया को जानता हो। मैं करण को
लंबे समय से जानता हूं और वह ऐसा व्यक्ति है, जिससे आप काम से परे मिलते हैं। आपको एहसास होगा
कि वह वास्तव में फिल्मों के प्रति जुनूनी है और जब मुझे एहसास हुआ, मुझे पता था
कि मैं सुरक्षित हाथों में हूं और सुरक्षा एक ऐसी चीज है जो बहुत जरूरी है। मुझे
नहीं पता था कि करण शमशेरा को डायरेक्ट कर रहे हैं। नरेशन के दौरान ही मुझे इसके
बारे में पता चला। स्क्रिप्ट सुनते समय मुझे फिल्म एडवेंचरस, एक्शन, बैडऐस एंटरटेनिंग
बोनान्जा लगी। इसलिए शमशेरा का हिस्सा न बनना मेरे लिए बेवकूफी होती।"