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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 8 Dec 2022 10:00 pm IST


चल रही है शनि की साढ़े साती और ढैय्या, करें ये उपाय, शनिदेव होंगे प्रसन्न, कष्टों से मिलेगा छुटकारा


न्याय के देवता और कर्मफलदाता शनि देव की पूजा शनिवार के दिन करने का विधान है। क्योंकि शनिवार का दिन भगवान शनि को समर्पित है। इस दिन भक्तगण विधिविधान से शनिदेव की पूजा करते हैं। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से शनि की साढ़े साती, ढैय्या और महादशा के दुष्प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति को जीवन में एक या फिर अधिक बार इस चरण से जरूर गुजरना पड़ता है। ऐसे में अगर आपकी राशि पर भी शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या का प्रभाव है, तो शनिवार के दिन कुछ उपायों को करना आप के लिए लाभकारी होगा। आइए जानते हैं कौन से हैं वो उपाय।  

एक रुपये का सिक्का  
अगर आप आर्थिक रूप से बड़ा लाभ पाना चाहते हैं तो एक रुपये का सिक्का लेकर सरसों के तेल से एक बिंदी बनाएं और बिना किसी से बात किए शनि मंदिर में रख आएं। ऐसा करने से रुके हुए काम दोबारा शुरू हो जाएंगे और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

काले तिल
अगर शनि की साढ़े साती और ढैय्या के कारण जीवन में कई तरह की परेशानियां आ रहीं हैं, तो काले तिल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए शनिवार के दिन एक मुट्ठी काले तिल लेकर बहते जल में प्रवाहित कर दें और शनि देव की विधिवत पूजा करें। ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा।

छाया दान 
अगर जीवन में हर एक चीज में कोई न कोई रुकावट आ रही है जो सुबह जल्दी उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद एक कटोरी में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा देखें। इसके बाद किसी को दान कर दें। इसे छाया दान भी कहा जाता है। ऐसा करने से शनिदेव जल्द प्रसन्न होते हैं।

पीपल
शनिवार को सुबह के समय पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। इसके साथ ही शाम को पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

घोड़े की नाल का छल्ला
शनि की साढ़े साती और ढैय्या को कम करने के लिए घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना भी लाभकारी होगा। इसे अपनी मध्यमा अंगुली में पहन सकते हैं।

बंदरों को खिलाएं गुड़ और चना 
माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा जिस व्यक्ति के ऊपर होती है उसके ऊपर शनि देव भी प्रसन्न रहते हैं। ऐसे में मंगलवार और शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं। इससे लाभ मिलेगा।