नई दिल्ली: मकर संक्रांति के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश को 8वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिकंदराबाद और विशाखापट्टनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत का प्रतीक है, जो अपने प्रत्येक नागरिक को बेहतर सुविधाएं देना चाहता है। यह उस भारत का प्रतीक है, जो गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज वंदे भारत को लेकर जिस तेजी से काम हो रहा है, वह सराहनीय है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह 2023 की पहली
ट्रेन है। 15 दिनों के भीतर हमारे देश में यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन दौड़ रही है।
यह दिखाता है कि देश में कितनी तेजी से वंदे भारत अभियान प्रगति कर रहा है। यह देश
की ट्रेन है और इसकी रफ्तार के कितने ही वीडियो लोगों के दिलों-दिमाग में छाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जब कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर साथ मिल जाते हैं तो यह
सपनों को हकीकत से जोड़ता है। यह मैन्यूफैक्चरिंग को मार्केट से जोड़ता है। टैलेंट
को उचित प्लेटफार्म से जोड़ता है। कनेक्टिविटी अपने साथ विकास की संभावनाओं का
विकास करता है।
आज भारत पुरानी सोच को छोड़कर आगे बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने कहा कि जहां-जहां गति है, वहां प्रगति है। हमने वह समय भी देखा है, जब हमारे यहां विकास और आधुनिक कनेक्टिविटी का लाभ बहुत ही कम लोगों को मिलता था। इससे देश में एक बहुत बड़ी आबादी का समय सिर्फ आने-जाने में ही खर्च हो जाता था। इससे सामान्य नागरिक, मध्यम वर्ग का नुकसान होता था। आज भारत उस पुरानी सोच को छोड़कर आगे बढ़ रहा है। वंदे भारत ट्रेन इसका एक बहुत बड़ा सबूत और प्रतीक है। जब इच्छाशक्ति होती है तो बड़े से बड़े मुश्किल लक्ष्यों को भी पाया जा सकता है।
ध्वनि की मात्रा हवाई जहाज की तुलना में 100 गुणा कम
कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस
ट्रेन को देश के इंजीनियर, डिजाइनर, टेक्नीशियन बनाएंगे।
इस ट्रेन में ध्वनि की मात्रा हवाई जहाज की तुलना में 100 गुणा कम है, ये इंजीनियर्स के
लिए गर्व की बात है। रेलवे और देश का विकास राजनीति से ऊपर है। जहां भी केंद्र की
जरूरत पड़ेगी, हम मौजूद रहेंगे।
वंदे भारत ट्रेन का रूट
रेलवे के सूत्रों के अनुसार, इस नई ट्रेन की
नियमित सेवा 16 जनवरी को शुरू होगी। शनिवार से टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है।
दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने बताया कि
विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद एक्सप्रेस (20833) सुबह पांच बजकर 45 मिनट पर
विशाखापत्तनम से रवाना होगी और दोपहर दो बजकर 15 मिनट पर सिकंदराबाद पहुंचेगी।
वहीं, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम ट्रेन (20834) अपराह्न तीन बजे सिकंदराबाद से रवाना
होगी और रात 11 बजकर 30 मिनट पर विशाखापत्तनम पहुंचेगी।
यह आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
वहीं, रेलवे ने बताया कि 14 वातानुकूलित कुर्सीयान और दो एक्जीक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सी यान डिब्बों के साथ इस ट्रेन में 1,128 यात्रियों की क्षमता है। सिकंदराबाद और विशाखापट्टनम के बीच की दूरी को यह ट्रेन लगभग आठ घंटे में तय करेगी। भारतीय रेलवे की ओर से शुरू की गई यह आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। करीब 700 किलोमीटर की दूरी कवर करते हुए यह तेलुगू भाषी राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली पहली ट्रेन है। यह ट्रेन आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम, विजयवाड़ा, राजमुंदरी और तेलंगाना में खम्मम, सिकंदराबाद और वारंगल स्टेशनों पर रुकेगी।
Glad to flag off Vande Bharat Express between Secunderabad and Visakhapatnam. It will enhance 'Ease of Living', boost tourism and benefit the economy. https://t.co/FadvxI0ZNQ
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2023