पटवारी भर्ती परीक्षा (Patwari Exam) का पेपर लीक (Paper Leak ) होने से भर्ती एजेंसियों की साख फिर रसातल में पहुंच गई है। यूकेट्रिपलएससी (UKSSSC) पेपर आउट कांड सामने आने के बाद राज्य सरकार ने समूह‘ग’स्तर की 13 परीक्षाएं लोक सेवा आयोग को ट्रांसफर कर दी थीं। अब लोक सेवा आयोग खुद प्रश्नों के दायरे में है।
इससे पहले यूबीटीआर, पंतनगर यूनिवर्सिटी का दामन भी परीक्षा कराने में दागदार साबित हो चुका है। जुलाई में यूकेट्रिपलएससी की एक के बाद एक कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने के बाद सरकार ने समूह ‘ग’ स्तर की 13 परीक्षाओं को लोक सेवा आयोग को ट्रांसफर किया था। इसके लिए आयोग के ऐक्ट में बदलाव तक करना पड़ा। लेकिन लोक सेवा आयोग की सतर्कता की पोल दूसरी परीक्षा में ही खुल गई। इस बार तो खुद आयोग के कार्मिक पेपर बेचते पकड़े गए।
लोक सेवा आयोग को राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा एजेंसी माना जाता है जो मुख्य तौर पर प्रांतीय सेवा के अफसरों का चयन करती है। अब आयोग के दागदार होने से सवाल उठ रहा है कि राज्य में पारदर्शी तरीके से भर्ती परीक्षाएं हो भी पाएंगी या नहीं? इससे पूर्व प्राविधिक शिक्षा परिषद रुड़की व पंतनगर विवि भी भर्ती परीक्षाएं करा चुके हैं पर दोनों भर्ती एजेंसियों पर सवाल उठ चुके हैं।