बागेश्वर : हाईमास्ट लाइट का प्रयोग प्रकाश व्यवस्था के लिए किया जाता है लेकिन बागेश्वर में इसका प्रयोग तेंदुओं को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए भी किया जाएगा। जिले के आबादी क्षेत्रों में तेंदुओं की दहशत इस कदर बढ़ गई है कि जिला प्रशासन को तेंदुए के खतरे को कम करने के लिए यह उपाय सूझा है।बागेश्वर की डीएम अनुराधा पाल ने आबादी क्षेत्र में तेंदुओं के खतरे को कम करने के लिए तेंदुआ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा विमोचन निधि से हाईमास्ट लाइट लगाने का फैसला लिया है। इसके लिए सर्वे का काम भी शुरू हो गया है। यदि ऐसा होता है तो बागेश्वर उत्तराखंड का ऐसा पहला जिला होगा जहां तेंदुए का खतरा कम करने के लिए हाईमास्ट लाइट का सहारा लिया जाएगा।