जीला चंपावत वन प्रभाग के बूम रेंज के अंतर्गत बस्तिया के पास जंगल में एक तेंदुए का शव मिला। वन विभाग ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को जलाकर नष्ट कर दिया है। मौत की वजह तेंदुओं में आपसी संघर्ष बताई जा रही है। बीते शनिवार की शाम जंगल में घास लेने गए बस्तिया के गंगा दत्त को दुर्गंध आई तो उन्हें किसी वन्यजीव के मरे होने की आशंका हुई। उन्होंने करीब जाकर देखा तो कालीगाड़ नाले के पार तेंदुए का शव पड़ा था। गंगा दत्त ने फौरन वन विभाग को इसकी सूचना दी। वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। रविवार को टनकपुर पशु चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डॉ. डीके शर्मा ने तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि तेंदुए की उम्र करीब आठ साल थी और उसे काफी अंदरूनी चोटें आई थीं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि मौत आपसी संघर्ष में हुई होगी। शव करीब पांच से छह दिन पुराना था। बहरहाल उप प्रभागीय वनाधिकारी मनोहर सिंह सेलिया की मौजूदगी में तेंदुए के शव को जला दिया गया है।