हल्द्वानी: मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करने के लिए तराई वन प्रभाग के हल्द्वानी परिसर में कुमाऊं का सबसे बड़ा अति आधुनिक रेस्क्यू कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है. जहां वन्यजीवों को रेस्क्यू करने के लिए सभी तरह की सुविधा उपलब्ध होगी. कमांड कंट्रोल सेंटर मंडल स्तर का होगा. इसमें पशु चिकित्सकों की टीम तैनात करने के साथ, रेस्क्यू के सभी संसाधन और रेस्क्यू टीम के लोग रहेंगे.वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त दीप चंद्र आर्य ने बताया कि हल्द्वानी में वन्यजीव रेस्क्यू कमांड सेंटर बनने से मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं कम होंगी. उन्होंने बताया कि कमांड सेंटर 24 घंटे काम करेगा. इसमें तैनात सभी लोग वन्यजीव रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षित रखे जाएंगे, जिससे सूचना मिलते ही टीम के लोग मौके पर पहुंच सके और वन्यजीव को रेस्क्यू कर सकेंगे. इसके अलावा इस सेंटर में कुमाऊं मंडल में मानव वन्यजीव संघर्ष घटनाओं का डेटा बैंक होगा. कमांड कंट्रोल सेंटर अक्टूबर माह से काम करना शुरू कर देगा.कंट्रोल सेंटर में सभी उपकरण, ड्रोन रखने के साथ एक खास प्रशिक्षित टीम होगी, जिसमें पशु चिकित्सक, वन्यजीव विशेषज्ञ शामिल होंगे. आंकड़ों की बात करें तो कुमाऊं में वर्ष 2018-19 से अब तक पांच सालों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की 206 लोगों की जान गई है, जबकि 458 लोग घायल भी हुए हैं. ऐसे में हल्द्वानी में कमांड कंट्रोल सेंटर खुल जान से मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कमी आएगी.