देहरादून। लखवाड़ पावर प्रोजेक्ट को लेकर वन्यजीव बोर्ड की बैठक में फैसला हुआ कि 300 मेगावाट की इस परियोजना पर रात को भी काम हो सकेगा। काम कम आवाज-कम रोशनी के साथ करना होगा। यह प्रोजेक्ट 69 महीने के भीतर पूरा करना होगा।बैठक में जमरानी बांध के लिए वन भूमि हस्तांतरण की भी अनुमति दी गई। इस परियोजना का कुल क्षेत्र 400.89 हेक्टेयर क्षेत्र है। संरक्षित क्षेत्र से इसकी दूरी छह किमी है। ये क्षेत्र प्रभागीय वनाधिकारी नैनीताल वन प्रभाग नैनीताल के तहत नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य का हिस्सा है।