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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 30 Dec 2022 3:30 pm IST

मनोरंजन

कभी गैराज में रहता था अनिल कपूर का परिवार, गुजर बसर के लिए करना पड़ता था कड़ा संघर्ष


बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनिल कपूर का स्टारडम आज भी किसी से कम नहीं है। उन्होंने हिंदी सिनेमा जगत को कई सुपरहिट फ़िल्में दी हैं। उनका परिवार बॉलीवुड के मशहूर परिवारों से एक है लेकिन हमेशा ऐसा नहीं था। एक समय था जब उनके परिवार की माली हालत एकदम खराब थी। आलम ये था कि उनके पास रहने के लिए अपना कोई ठिकाना तक नहीं था। उनके परिवार का गुजर बसर तक बड़ी मुश्किल से होता था। हालांकि अब उनका पूरा का पूरा परिवार बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों में शुमार हो गया है। अनिल कपूर, बोनी कपूर उनके भाई संजय कपूर बॉलीवुड में अब पूरी तरह से जम चुके हैं। वहीं इनके बच्चे भी इंडस्ट्री में अपना पैर जमा चुके हैं। हालांकि यहां तक पहुंचने के लिए कपूर परिवार को काफी संघर्ष करना पड़ा था। आइये  जानते हैं उनके संघर्ष के दिनों के बारे में...

पैसे खर्च करने से पहले कई बार सोचना पड़ता था 

अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखते थे लेकिन वहां उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिल पा रही थी तो वे हिंदी फिल्मों में अपनी पहचान बनाने के मकसद से मुम्बई आ गये। यहां आने के बाद उनके परिवार के पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं था जिससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ी। रिपोर्ट्स की मानें तो काफी ढूढ़ने के बाद भी जब उन्हें रहने के लिए कोई जगह नहीं मिली तो उन्होंने अभिनेता राजकपूर से मदद मांगी और फिर अनिल कपूर का परिवार उनके गैराज में शिफ्ट हो गया। हालांकि कुछ समय बाद ही अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर को एक रूम मिल गया और फिर वे परिवार समेत उस किराए के रूम में जाकर रहने लगे। अपने संघर्ष के दिनों का जिक्र करते हुए अभिनेता अनिल कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि करियर के  शुरुआती दौर में उनके पास पैसे नहीं हुआ करते थे। एक-एक पैसे खर्च करने के लिए उन्हें कई-कई बार सोचना पड़ता था। वे अपनी पत्नी  सुनीता कपूर पर भी रुपये नहीं खर्च पाते थे। उन्हें उनकी जरूरत की चीजें नहीं दिला पाते थे। 

करियर में मील का पत्थर साबित हुई फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ 

उन्होंने बताया कि ये वह वक्त थे जब वो मॉडल सुनीता कपूर को डेट कर रहे थे। उन्होंने ये भी बताया के उस समय सुनीता ही सारा खर्चा उठाती थीं। अनिल ने बताया था कि साल 1980 के बाद से धीरे-धीरे इस परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरने लगी थीं। दरअसल उन्होंने 1980 में तेलुगु फिल्म ‘वामसा वृक्षम’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की,जिससे थोड़ा बहुत उनकी कमाई होने लगी। इस फिल्म में लीड एक्टर के तौर पर काम किया। इसके बाद साल 1983 में आई उनकी फिल्म ‘वो सात दिन’ से उनकी किस्मत चमकी। इस फिल्म में बतौर लीड एक्टर उन्हें पहला बड़ा ब्रेक मिला। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खूब सफल रही। वहीं फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुई। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर-डुपर हिट साबित हुई और अनिल कपूर रातों रात बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए।  

by-Nisha Shukla
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