संतोपंथ अभियान पर गए सेना के पर्वतारोही दल को वहां चोटी के पास बर्फ में दबा एक शव मिला है। दल में शामिल जवान शव को लेकर माणा आ गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह शव वर्ष 2005 में सेना के पर्वतारोहण अभियान के दौरान लापता हुए जवान का हो सकता है। पिछले माह स्वतंत्रता दिवस पर अमृत महोत्सव के तहत सेना के पर्वतीय ब्रिगेड के जवानों का एक दल सतोपंथ ग्लेशियर के लिए रवाना हुआ था। दल में 20 जवान शामिल थे। करीब एक माह अभियान के बाद दल गुरुवार को बदरीनाथ के पास माणा लौट आया। सेना की ओर से मीडिया को जारी बयान में कहा गया है कि जवान अपने साथ एक शव भी लाए हैं। बताया जा रहा है कि वर्ष 2005 में सतोपंथ अभियान के दौरान सेना का एक जवान लापता हो गया था। काफी तलाश के बाद जब उसका पता नहीं चला तो खोजबीन का काम बंद कर दिया गया। बताया जा रहा है कि शव उसी जवान हो सकता है। उसने सेना की वर्दी और जूते पहने हुए हैं। सेना ने फिलहाल लापता जवान के बारे में कुछ भी बताने से इन्कार किया है