उत्तराखंड में भारी बारिश से रैणी गांव के पास जोशीमठ-मलारी हाईवे का करीब 40 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे सेना, आईटीबीपी की चीन सीमा और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) व नीती घाटी के ग्रामीणों की आवाजाही ठप हो गई है। वहीं रैणी गांव में भी भू-धंसाव शुरू हो गया है। ऋषि गंगा का जलस्तर बढ़ने से बीआरओ द्वारा बनाया गया वैली ब्रिज भी खतरे की जद में आ गया है।
रविवार रात को रैणी क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी, जिससे ऋषि गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। रैणी गांव के निचले हिस्से में भू-धंसाव होने से जोशीमठ-मलारी हाईवे का करीब 40 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे चीन सीमा क्षेत्र का देश-दुनिया से संपर्क टूट गया। साथ ही रैणी गांव में वन विभाग का भवन, गौरा देवी के नाम से निर्मित गेस्ट हाउस और चार अन्य आवासीय मकान भी भू-धंसाव की चपेट में आ गए हैं।