ऐतिहासिक जिला जेल से रंगदारी वसूली व सलाखों के पीछे रुपये, मोबाइल फोन व मादक पदार्थ पहुंचने के खुलासे के बाद कारागार के प्रभारी अधीक्षक समेत चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स के सर्च ऑपरेशन तथा सनसनीखेज मामले की पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद आइजी जेल पुष्पक ज्योति घिल्डियाल ने चारों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। इधर, गैंगस्टर कलीम व उसके मददगार कैदी महिपाल को सात अक्टूबर को कोर्ट में तलब किए जाने के बाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए अनुमतिपत्र दाखिल कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार पीसीआर के दौरान कुख्यात कलीम व महिपाल से कुछ और अहम जानकारी मिल सकती हैं।
एसटीएफ व अल्मोड़ा पुलिस की संयुक्त टीम ने बीते रोज जिला कारागार से रंगदारी वसूली के खेल का खुलासा करने के मकसद से छापा मार सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान हत्या के मामले में सजा काट रहे बदमाश महिपाल की बैरक से 1.30 लाख रुपये, तीन मोबाइल, चार सिम व मादक पदार्थ बरामद किया गया था। फिरौती में मिली रकम जेल का ड्राइवर ललित मोहन भट्ट कलीम के इशारे पर अपने खाते में मंगाने के बाद जेल के भीतर पहुंचाता था। जबकि महिपाल अपनी बैरक में जमा करता जाता था। मामले के खुलासे से जेल प्रशासन कठघरे में आ गया था।