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• Wed, 9 Jun 2021 5:36 pm IST


Video - क्यों पाए जाते है उत्तराखंड की इस झील में नर कंकालो के ढेर ?



देवभूमि उत्तराखंड के हिस्से में आने वाले हिमालयी क्षेत्र में बर्फीली चोटियों के बीच स्थित रूपकुंड झील में एक अरसे से इंसानी हड्डियां बिखरी हैं. रूपकुंड झील समुद्रतल से क़रीब 16,500 फीट यानी 5,029 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है. ये झील हिमालय की तीन चोटियों, जिन्हें त्रिशूल जैसी दिखने के कारण त्रिशूल के नाम से जाना जाता है, के बीच स्थित है. त्रिशूल को भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों में गिना जाता है जो कि उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित हैं.


रूपकुंड झील को “कंकालों की झील” कहा जाता है. यहां इंसानी हड्डियां जहां-तहां बर्फ़ में दबी हुई हैं. साल 1942 में एक ब्रिटिश फॉरेस्ट रेंजर ने गश्त के दौरान इस झील की खोज की थी.