कई पर्वों पर अक्सर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिल जाती है, जो समाज में सौहार्द भाव को बढ़ाता है. कुछ ऐसा ही हल्द्वानी जेल में भी देखने को मिला. यहां मुस्लिम कैदियों ने नवरात्रि का उपवास और रोजा रखकर भाई-चारे का संदेश दिया.नवरात्रि के साथ रमजान के पवित्र माह में लोग आस्था के अनुरूप व्रत या रोजा रख रहे हैं. हल्द्वानी उप कारागार भी इससे अछूता नहीं है. वहीं जेल में सजायाफ्ता कैदी और बंदी नवरात्रि का उपवास और रोजा रखकर भाई-चारे का संदेश दे रहे हैं. हल्द्वानी उप कारागार में 17 सौ बंदी हैं, जहां नवरात्रि और रमजान के इस पवित्र माह में फलाहार संग इफ्तार का मेल कर आपसी सौहार्द का संदेश दे रहे हैं. यही नहीं जेल के बंदी एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करते हुए इस त्यौहार में एक दूसरे की मदद भी कर रहे हैं.