कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में जी- 20 में भारत के लिए वैश्विक स्वास्थ्य नेतृत्व के अवसर विषय पर आयोजित हुई बैठक में डॉक्टरों ने अपना पक्ष रखा।
एकीकृत स्वास्थ्य और कल्याण यानि आईएचडब्ल्यू परिषद की तरफ से आयोजित सामरिक गोलमेज सम्मेलन में डॉ. करण ठाकुर ने कहा कि, एम्स में जो हुआ उससे सबक लेना चाहिए और ये देश के अन्य अस्पतालों में न हो इसलिए हमें साइबर सुरक्षा के लिए जी 20 देशों के सहयोग से बड़े स्तर पर काम किया जाना चाहिए।
इसके अलावा सम्मेलन में दवाइयों और इनकी उपयोगिता पर भी चर्चा हुई। डॉक्टरों की मानें तो मधुमेह की दवाइयों के क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। जी 20 में भारतीय फार्मा कंपनियों को एक जगह मिलेगी। भारतीय दवा कंपनी विश्व मानक स्तर की दवाइयां तैयार कर रही है जिसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। वहीं कोरोना महामारी में कृत्रिम बुद्धिमता काफी मददगार साबित हुई थी।