मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को तहसीलदार-नायब तहसीलदार के कार्य सौंपने के विरोध में कार्मिकों ने दो दिन कार्यबहिष्कार किया।
उत्तराखंड लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील में कार्मिकों ने सोमवार और मंगलवार को दो दिन कार्यबहिष्कार किया। संघ के जिला सचिव मनोज मिश्रा ने बताया कि बीती नौ फरवरी को तहसीलों में कार्यरत मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को तहसीलदार और नायब तहसीलदार की अनुपस्थिति में केवल नित्य कार्य (न्यायिक कार्यों को छोड़कर) संपादित करने के आदेश पारित किए गए थे। इसके क्रम में जिलाधिकारी देहरादून, रुद्रप्रयाग, पौड़ी ने तहसीलदार-नायब तहसीलदार के रिक्त पदों का कार्य सेवा नियमावली के विपरीत मुख्य-वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को सौंप दिया, जबकि तहसीलों में वरिष्ठ राजस्व निरीक्षक, रजिस्ट्रार कानूनगो जो नायब तहसीलदार पद पर कई वर्षों से पात्रता के आधार पर कार्यरत हैं, की अनदेखी की गई है। ऐसी स्थिति में अन्य संवर्गीय अधिकारी को तहसीलदार का कार्यभार दिया जाना नियम विरूद्ध है। इसी कारण प्रदेश में तैनात राजस्व निरीक्षक, रजिस्ट्रार कानूनगो और राजस्व उप निरीक्षकों ने उत्तराखंड भूलेख संवर्गीय कर्मचारी महासंघ के साथ मिलकर जिला-तहसील मुख्यालयों में कार्य बहिष्कार किया गया। कर्मचारी महासंघ के समस्त सदस्यों ने मंगलवार को तहसील सदर के सभाकक्ष में परिषद के आदेश के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा। इस दौरान रजिस्ट्रार कानूनगो संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार, जिला सचिव गंगा प्रसाद उनियाल, लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष संगत सिंह सैनी आदि उपस्थित थे।