वेबिनार में 'शहरी नियोजन, विकास और स्वच्छता' पर बजट के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, नए शहर विकसित हो रहे हैं, जो इक्कीसवीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि, भारत का तेजी से शहरीकरण हो रहा है, ऐसे में बुनियादी ढांचे का निर्माण करना जरूरी है, जो भविष्योन्मुखी हो। पीएम मोदी ने कहा कि, ये दुर्भाग्य रहा है कि, आजादी के बाद हमारे देश में एक्का-दुक्का ही नियोजित शहर बने। आजादी के 75 सालों में देश में 75 नए और बड़े नियोजित शहर बने होते तो आज भारत की तस्वीर कुछ और ही होती।
आगे उन्होंने कहा, अमृत काल में शहरी नियोजन ही हमारे शहरों का भविष्य तय करेगी और भारत के अच्छी तरह से नियोजित शहर ही भारत के भाग्य को निर्धारित करेंगे। हमारी सरकार ने अपने प्रत्येक बजट में शहरी विकास पर बहुत ध्यान दिया है। मौजूदा बजट में इसके लिए महत्वपूर्ण राशि मंजूर की गई है और मुझे पूरा भरोसा है कि, यह महत्वपूर्ण योजना देश में एक सुव्यवस्थित शहरी क्षेत्र की शुरुआत करेगा। शहरी नियोजन और शहरी शासन, दोनों शहरी विकास में एक अहम भूमिका निभाते हैं।
पीएम ने ये भी कहा कि, संबंधित प्रक्रियाओं का अकुशल कार्यान्वयन देश के विकास की राह में एख बड़ी मुश्किल के रूप में सामने आता है। खासतौर पर शहरी क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करते हुए इलाका निवासियों के विकास को सुनिश्चित करने की भी जरुरत है।
मोदी ने कहा, आज भारत चक्रीय अर्थव्यवस्था को शहरी विकास का बड़ा आधार बना रहा है। हमारे देश में हर दिन हजारों टन नगरीय कचरा पैदा होता है। 2014 में देश में सिर्फ 14-15 फीसदी कचरे का Waste Processing होता था लेकिन आज 75 फीसदी कचरे का प्रसंस्करण हो रहा है।