कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी को तानाशाह बताते हुए नए संसद भवन को उनके घमंड की इमारत कहकर नया विवाद छेड़ दिया है।
दरअसल, पीएम मोदी ने नए संसद भवन का दौरा किया। इस पर टिप्पणी करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि, हर तानाशाह अपनी वास्तु विरासत छोड़ना चाहता है। नया संसद भवन पैसे की भारी बर्बादी कर तैयार हो रही व्यक्तिगत घमंड की पहली परियोजना है।
वहीं जयराम रमेश की इस टिप्पणी पर भाजपा सांसद और प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, नए संसद भवन का प्रस्ताव 2012 में सोनिया गांधी के रिमोट कंट्रोल वाली यूपीए सरकार के समय स्वीकार किया गया था। तब चर्चा थी कि इसे बनाने में 3000 करोड़ की लगात आएगी। लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ईमानदार सरकार आ गई और लागत घटकर 971 करोड़ रह गई है।
उन्होंने कहा कि, आज नई संसद और सेंट्रल विस्टा को जनाकांक्षा का प्रतीक माना जा रहा है, तो कांग्रेस बौखला गई है और साबित कर रही है कि, उसे देशवासियों के हर गौरव, हर खुशी से दर्द होता है। दशकों के कांग्रेसी शासनकाल में कमीशनखोरी आम बात थी, तो संभव है 3,000 करोड़ में भी कांग्रेस के वारे-न्यारे होते, शायद यही कांग्रेस की छटपटाहट की असल वजह है।