लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा के खिलाफ एकजुट होते विपक्षी दलों का असर उत्तराखंड में सीमित स्तर पर रहेगा। चुनावों से पहले बीजेपी को मात देने के लिए प्लानिंग की जा रही है। लेकिन, उत्तराखंड विधानसभा में तीसरे दल के रूप में मौजूद बसपा ने उत्तराखंड में चुनावी तैयारी शुरू करते हुए भाजपा- कांग्रेस से बराबर दूरी रखने के संकेत दिए हैं।पार्टी ने राज्य की सबसे अधिक प्रभाव वाली हरिद्वार संसदीय सीट पर उम्मीदवार भी तय कर लिया है। बसपा की उम्मीदवारी का ज्यादा असर कांग्रेस पर पड़ता रहा है। बीते दो चुनावों से उत्तराखंड में बसपा का मत प्रतिशत साढ़े चार प्रतिशत के आस पास बना हुआ है, लेकिन इस मत प्रतिशत से भी पार्टी हरिद्वार जिले में महत्वपूर्ण खिलाड़ी की भूमिका निभाती है।2019 के लोकसभा चुनावों में बसपा ने उत्तराखंड में कुल 4.52 प्रतिशत मत हासिल किए थे। तब हरिद्वार में बसपा प्रत्याशी अंतरिक्ष सैनी 1.73 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। वहीं, नैनीताल यूएसनगर सीट से पार्टी प्रत्याशी नवनीत अग्रवाल 28,271 वोट आए थे। गत विधानसभा चुनाव में भी उत्तराखंड में बसपा का मत प्रतिशत 4.82 तक ही सीमित रहा, लेकिन पार्टी हरिद्वार जिले में दो विधायक जिताने में कामयाब रही।