दीपों का पर्व दीपावली नजदीक है. दीपावली के मद्देनजर बाजार सज चुके हैं. ऐसे में अब लोग दीपावली त्योहार को रंगीन करने के लिए चाइनीज उत्पाद छोड़ पारंपरिक मिट्टी के बने डेकोरेटिव आइटम खरीद रहे हैं. आधुनिकता के इस दौर में भी दिवाली पर मिट्टी के दीए लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं. आमतौर पर शहरों के आस-पास गांवों में दीए बनते हैं. ऐसे में रंगीन दीयों की डिमांड बढ़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत आमजन इसमें पूरी तरह से भागीदारी करने का मन बना चुके हैं. ऐसे में अब लोगों की पहली पसंद मिट्टी से बने डिजाइनिंग आइटम के मूर्तियों के अलावा दीयों की डिमांड खूब हो रही है.
खुशियों के इस पर्व में लोगों में घरों को सजाने का उत्साह इस बार काफी ज्यादा है. बाजार गुलजार हो चुके हैं. शहरवासी वोकल फॉर लोकल की थीम पर अपने घर को सजाने के लिए मिट्टी से बने दीए, डेकोरेटिव आइटम और मूर्तियां खरीद रहे हैं. ग्राहकों का इसके प्रति बढ़ते रुझान से कारीगरों के चेहरों भी खिल उठे हैं.