सितारगंज। रूस-यूक्रेन के बीच जंग के बाद से घर लौटने को बेताब सितारगंज का छात्र अजहर पोलैंड सीमा पर आसमान के नीचे सर्द रातें बिता रहा है। वहीं, भारतीय दूतावास के पास वाले स्कूल में चार दिन से नगर के एक छात्र अली फराज ने शरण ले रखी है। दोनों बच्चे भूखे-प्यासे दिन बिता रहे हैं।
दूतावास की ओर से बच्चों को एक टाइम का खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। पोलैंड में फंसे छात्र के पास न तो पैसे बचे हैं और न ही खाना ही मिल पा रहा है। ठहरने की भी कोई सुविधा नहीं है। छात्र के पिता ने बताया कि पोलैंड बॉर्डर से भारतीयों को एंट्री नहीं दी जा रही है। उन्होंने डीएम व मुख्यमंत्री से बॉर्डर व यूक्रेन देश में फंसे बच्चों को सकुशल भारत लाने की मांग की है।