Read in App


• Mon, 15 Apr 2024 5:46 pm IST


रंवाई घाटी में पारंपरिक बैशाखी मेलों की धूम


टिहरी : पुरोला ब्लॉक के रामा और कमल सिंराई क्षेत्र में इन दिनों बैसाखी मेलों की धूम मची है। ग्रामीण अपने पारंपरिक रीति रिवाज के साथ अपने अराध्य देवी देवताओं की पूजा-अर्चना कर उनसे अपनी सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं।सोमवार को कमल सिराई के खलाड़ी पुजेली स्थित शिकारु नाग देवता के थान में बैसाखी मेले का पारम्परिक उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। बैसाखी मेले के आयोजन में श्रद्धालुओं ने चुनाव की सरगर्मियों से दूर आस्था और परम्परा को प्राथमिकता देते हुए अपने पारम्परिक रीति-रिवाज से नाग देवता की पूजा अर्चना कर पहाड़ी रासों, तांदी गीतों के साथ झूमते रहे और क्षेत्र की सुख-समृद्धि के लिए मन्नतें मांगी। इस मौके पर पुजेली गांव की धियाणियों ने देवता को स्वर्णिम मोर चढ़ावा में दान दिया व अपने मायके सहित ससुराल के घर-परिवार की शुखशांति की कामना कर मन्नतें मांगी। देवता के पुजारी पंडित श्यालिक राम नौटियाल, मोहन प्रसाद, लोकेश नौटियाल आदि ने कहा कि हमारे क्षेत्र में अभी परम्पारएं व आस्था अन्य कार्यों से मजबूत स्थान पर हैं। जिसका नतीजा देवताओं को इतने मूल्यवान स्वर्णिम देव चिह्न भेंट किये जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह हमारे सम्पूर्ण क्षेत्र के लोगों का आस्था का स्थान है, जहां विशेष पर्व पर वर्ष में दो या तीन बार सामूहिक मेले व भंडारे का आयोजन किया जाता है। बताया कि शिकारु नाग देवता के चन्देली, नेत्री, चपटाडी, करड़ा, दनमाणा, मैराणा आदि दर्जन से अधिक गांवों में विशेष स्थान है। जहां पर ग्रामीण हर वर्ष सामूहिक मेले का आयोजन होता है।