शनिवार को जौनसार के भ्रमण पर आए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने देवनगरी लाखामंडल के सेरा घाट में मां यमुना की आरती कर माता का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि पांडवकालीन महत्व के लाखामंडल व सेरा घाट को पर्यटन विकास एवं तीर्थाटन के क्षेत्र में विकसित करने के प्रयास तेज होंगे, जिससे मां यमुना की भव्यता व दिव्यता का प्रचार-प्रसार देश-दुनिया में फैल सके। इससे सनातन धर्म की परंपरा व आध्यात्मिक विचार धारा को बढ़ावा मिलेगा।
देवनगरी लाखामंडल के सेरा घाट में पहली बार बीते आठ अगस्त को मां यमुना आश्रय सेवा समिति सेरा-लाखामंडल की ओर विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कई बड़े नेता शामिल हुए। आरएसएस के प्रांत प्रचारक युद्ववीर सिंह, सेवा समिति के संयोजक गीताराम गौड़ व 11 पंडितों के समूह ने विधि-विधान से मां यमुना की आरती किया। इसी कड़ी में शनिवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी मां यमुना की आरती में शामिल होने सेरा घाट पहुंचे। ग्रामीण जनता व सेवा समिति ने पूर्व सीएम का जौनसार-बावर की लोक परंपरा के अनुसार ढोल-बाजे के साथ स्वागत किया। इस दौरान सेवा समिति के संयोजक गीताराम गौड़ ने पूर्व सीएम एवं गढ़वाल सांसद से मां यमुना के पवित्र स्थल सेरा घाट को विकसित करने, चकराता-बर्नीगाड़-लाखामंडल मार्ग से जुड़े सेरा घाट तक बने संपर्क मार्ग का सुधारीकरण करने, श्रद्धालुओं की सुविधा को यमुना किनारे घाट, सराय, सामुदायिक शौचालय व सौंदर्यकरण कार्य कराने को बजट उपलब्ध कराने मांग की।इस मौके पर स्याणा विजयपाल सिंह, अमित, सुशील गौड़, ग्राम प्रधान सोनिया, राजस्व उपनिरीक्षक जयलाल शर्मा, राजस्व संघ चकराता इकाई के अध्यक्ष कमलेश शर्मा, सरदार सिंह चौहान, मोहनलाल, राधिका, सूरमा गौड़, प्रियंका, राजेंद्र थपलियाल, गजेंद्र तोमर, सुरेंद्र शर्मा, रीता आदि मौजूद रहे।