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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 28 Jul 2022 7:00 am IST


13 दिन में हरिद्वार आए पौने चार करोड़ कांवड़िए


कांवड़ मेला तो सकुशल संपन्न हो गया, लेकिन धर्मनगरी में कोरोना प्रसार का खतरा एक बार फिर डराने लगा है। इसकी वजह कांवड़ मेले में उमड़ी तीन करोड़ 79 लाख 70 हजार लोगों की भीड़ है। कांवड़ मेले में कुंभ की तरह कई राज्यों से पहुंचे लोग गंगा स्नान कर वापस लौटे हैं। इस अवधि में उत्तराखंड ही नहीं, देशभर में कोरोना के नए मामले भी तेजी से बढ़े हैं लेकिन हरिद्वार में सैंपलिंग बंद रही है। कांवड़ अवधि के 13 दिनों में मात्र 1907 कोरोना आशंकितों के सैंपल लिए गए। वायरल फीवर और डायरिया के बढ़ते मामलों ने कोरोना संक्रमण के खतरे को और अधिक प्रबल बना दिया है। 



14 जुलाई से कांवड़ मेला शुरू हुआ। 26 जुलाई को मेले का समापन हो गया। हरिद्वार में पूरे साल श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। औसतन प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख लोग वाया हरिद्वार होकर आवाजाही करते हैं। हरिद्वार पहुंचने पर गंगा स्नान भी करते हैं। पर्व स्नानों पर संख्या बढ़कर सात से 10 लाख तक पहुंच जाती है लेकिन इस बार कांवड़ मेले में एतिहासिक भीड़ उमड़ी। दो साल बाद शुरू हुए मेले में तीन करोड़ 79 लाख 70 हजार कांवड़ियों ने हरिद्वार पहुंचकर गंगा स्नान किया और वे कांवड़ जल भरकर अपने गंतव्यों को रवाना हुए। कांवड़ियों की संख्या का दावा पुलिस ने किया है।