कांवड़ मेला तो सकुशल संपन्न हो गया, लेकिन धर्मनगरी में कोरोना प्रसार का खतरा एक बार फिर डराने लगा है। इसकी वजह कांवड़ मेले में उमड़ी तीन करोड़ 79 लाख 70 हजार लोगों की भीड़ है। कांवड़ मेले में कुंभ की तरह कई राज्यों से पहुंचे लोग गंगा स्नान कर वापस लौटे हैं। इस अवधि में उत्तराखंड ही नहीं, देशभर में कोरोना के नए मामले भी तेजी से बढ़े हैं लेकिन हरिद्वार में सैंपलिंग बंद रही है। कांवड़ अवधि के 13 दिनों में मात्र 1907 कोरोना आशंकितों के सैंपल लिए गए। वायरल फीवर और डायरिया के बढ़ते मामलों ने कोरोना संक्रमण के खतरे को और अधिक प्रबल बना दिया है।