कॉर्बेट पार्क और अल्मोड़ा जिले के मोहान क्षेत्र की महिलाएं बाघ के हमलों से बचने के लिए मुखौटा लगाकर घास-लकड़ी लेने जाएंगीं। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन डॉ. समीर सिन्हा ने बताया है कि मोहान क्षेत्र की महिलाओं को जल्द मुखौटे उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही वन विभाग के सुरक्षाकर्मी भी महिलाओं के साथ जंगल में जाएंगे।
कॉर्बेट पार्क प्रशासन एवं रामनगर वन प्रभाग की सीमा से लगे मोहान, सुंदरखाल, चुकुम क्षेत्र में करीब चार महीने से बाघ का आतंक है। बाघ एक साल के भीतर क्षेत्र में पांच लोगों को अपना शिकार बना चुका है। इस क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग के बाद अब वन अधिकारियों ने जंगल में जाने वाली महिलाओं को सिर के पिछले हिस्से में पहनने के लिए मानव मुखौटे देने का निर्णय लिया है।
इस संबंध में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन डॉ. समीर सिन्हा ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में सुंदर वन के जंगलों में बाघ के खतरे को देखते हुए जंगल जाने वालों के लिए मुखौटा लगाने की व्यवस्था की गई है। सिन्हा ने बताया कि जल्द ही मोहान क्षेत्र में भी ग्रामीणों को मुखौटे उपलब्ध कराए जाएंगे। मानवनुमा मुखौटा सिर के पीछे लगाया जाएगा क्योंकि बाघ अधिकांशत पीछे से ही हमला करता है।