रानीखेत (अल्मोड़ा)। राज्य बनने के बाद तमाम चुनाव आए और गए, लेकिन ताड़ीखेत ब्लाक के गांवों की समस्या का स्थायी समाधान आज तक नहीं हो सका है। 1970 में बनी ताड़ीखेत-गगास पेयजल योजना का आज तक पुनर्गठन नहीं हो सका। इस योजना का 80 फीसदी पानी सेना को दिया जाता है, 20 प्रतिशत पानी से चिलियानौला नगर पालिका और 39 ग्राम सभाओं में आपूर्ति की जाती है। 2018 में तिपौला ग्राम समूह पेयजल योजना अस्तित्व में आई, जो आज तक जल संस्थान को हस्तांतरित ही नहीं हो पाई है। सिमोली, पथुली, गैरड़ सहित तमाम गांवों के लोग ठंड के मौसम में भी बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हैं।