पिथौरागढ़-डीडीहाट के चर्मा कैटीन मे भारी रोष है भूतपूर्व सैनिकों को मिलने वाले कैन्टीन व्यवस्था के लिए रात से ही घरो से आना पढ रहा है आज सुबह तीन बजे से ही भूतपूर्व सैनिकों का चर्मा कैन्टीन मे आना शुरू हो गया था कैन्टीन का गेट सुबह 7:30 बजे तक खुला जिसमें से भी यह कहा कि हम सिर्फ 50 सैनिकों को ही सकते है जबकि भूतपूर्व सैनिकों की संख्या 100 सै ऊपर है भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि उन्हें अपना कोटा लेने के लिए इतना कष्ट उठा रहे है पहले यह व्यवस्था ठीक थी लेकिन चार पाच सालो से यह व्यवस्था खराब हो गई है अब सैनिक को घर से पहले दिन से आकर चर्मा मे ही सोना पढता है क्यों की ज्यादा सैनिक होने के वजह से जल्दी नम्बर आने के लिए उन्हें ये क्रिया करनी पढ रही है, हमे सिर्फ सेक्टर के हिसाब सै कोटा बाटा जाये जैसे एक दिन थल पाखू मुवानी नाचनी अलग अलग जगहों के हिसाब से कोटा बाटना चाहिए जिससे इतनी हाई तौबा न हो सके।